कहीं दूर के दोस्तों से जोड़ दिया है तुमने पर घरवालों से किया अति दूर! कहीं दूर के दोस्तों से जोड़ दिया है तुमने पर घरवालों से किया अति दूर!
रह गए हैं बस, मैं, मेरी यादें, मेरी बातें, और मेरा साथ...! रह गए हैं बस, मैं, मेरी यादें, मेरी बातें, और मेरा साथ...!
उन्हें नहीं चलता पता, आता-जाता कौन।। उन्हें नहीं चलता पता, आता-जाता कौन।।
लेन देन आसान हो गया घर बैठे ही सब मंगवाना, कहीं नही अब आना जाना ओनलाईन हो गया ज़माना । लेन देन आसान हो गया घर बैठे ही सब मंगवाना, कहीं नही अब आना जाना ओनलाईन हो गय...
सिर्फ कॉपी पेस्ट करके ही कई शायर दिखें शेर, कविता नाम के संग शेयर करना चाहिए ! सिर्फ कॉपी पेस्ट करके ही कई शायर दिखें शेर, कविता नाम के संग शेयर करना चाहिए ...
स्वयं को भूल, अंजान राहों पर बढ़ना, और राह की ठोकरों से दो चार होना। स्वयं को भूल, अंजान राहों पर बढ़ना, और राह की ठोकरों से दो चार होना।